मध्य प्रदेश पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश है। आजक्स और करनी सेना ने मध्य प्रदेश में पटवारी के पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों के समर्थन में एक संयुक्त घोषणा जारी की है। इन दोनों संगठनों ने कहा है कि वे चयनित अभ्यर्थियों के साथ खड़े हैं और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव उपाय करेंगे।
आजक्स और करनी सेना ने मांग की है कि पटवारी की भर्ती प्रक्रिया की जांच में दोषी पाए गए उम्मीदवारों खिलाफ कार्रवाई की जाए तथा चयनित उम्मीदवारों को जल्दी ही ज्वाइनिंग दी जाए इन ।संगठनों ने कहा है कि वे चयनित अभ्यर्थियों के साथ मिलकर इस लड़ाई को जारी रखेंगे। आजक्स और करनी सेना के इस समर्थन से चयनित अभ्यर्थियों में काफी हौसला बढ़ गया है। इन संगठनों के साथ मिलकर चयनित अभ्यर्थियों को अपनी मांगों को मनवाने की उम्मीद है। आजक्स और करनी सेना के समर्थन के अलावा, चयनित अभ्यर्थियों ने खुद भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इन अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। चयनित अभ्यर्थियों का कहना है कि वे अपनी मेहनत और लगन के बल पर परीक्षा में सफल हुए हैं। इन अभ्यर्थियों ने कहा है कि वे अपनी नौकरी के लिए लड़ेंगे और किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। मध्य प्रदेश में पटवारी की भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद पिछले कई महीनों से चल रहा है।
रिजल्ट के बाद अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर नियुक्ति पर रोक लगा दी थी। परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।मुख्यमंत्री के ट्वीट के अनुसार 30 अगस्त तक जांच हो जानी चाहिए थी किंतु आज तक पूरी नहीं हुई। ऐसे में चयनित अभ्यार्थियों की नियुक्ति की बात तो दूर अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है। गंभीरता को देखते हुए सरकार फिलहाल इसमें टालमटोल करती दिख रही है और यह मामला चुनाव बाद ले जा सकती है। अब चयनित अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि 3 सितंबर तक नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ नहींं की गई तो ये आंदोलन करेंगे।इस आंदोलन को विपक्ष के नेता करनी सेना विधायक आदि का सहयोग मिलने का उल्लेख है।
चयनित तीन अभ्यार्थियों को सूत्रीय मांग पत्र
1) उ.प्र. उपनिरीक्षक और म.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के उदाहरण अनुसार जांच के साथ समानांतर रूप से नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जाए। यदि कोई दोषी पाया जाए तो उन्हें चिन्हित करके उन पर कार्यवाही की जाए एवं उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची में स्थान प्राप्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाए। सभी नवनियुक्त अभ्यर्थियों से शपथ पत्र लिया जाए जिसमें दोषी पाए जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही भुगतने की सहमति का प्रावधान हो ।
2) ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा की नियम पुस्तिका के बिंदु 13 (3) के अनुसार परिणाम के प्रकाशन से लेकर 90 दिनों की अवधि में नियुक्ति देने के प्रावधान पर विचार करते हुए सितंबर माह में नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
3) चयनित अभ्यर्थियों के कष्ट को समझते हुए 15 सितंबर तक सभी अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन करवा लिया जाए। अगर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नही की गई तो पटवारी चयनित अभ्यर्थियों 3 सितंबर से अनिश्चितक़ालीन आंदोलन शुरू करेंगे।